आप SIP की शुरुआत कैसे करें?/ How do you start SIP?

आपने म्यूच्यूअल फण्ड का नाम सुना होगा SIP, म्यूच्यूअल फण्ड के अंदर पैसा इन्वेस्ट करने का एक तरीका है। आज के समय में निवेश (Investment) करना हर किसी के लिए ज़रूरी है। अगर आप भविष्य में अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं जैसे घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई, शादी या रिटायरमेंट के बाद सुरक्षित ज़िंदगी, तो सिर्फ़ पैसे बचाना ही समझदारी नहीं है। पैसे बचाने के साथ-साथ निवेश करना भी बहुत ज़रूरी है। जब निवेश की बात आती है तो बहुत सारे तरीके आते है उनमे से एक तरीका है SIP (Systematic Investment Plan) आप लोगों ने इसके बारे में सुना ही होगा लेकिन इसके बारे में जयादा कुछ समझ नहीं आता होगा तो आज हम जानेंगे SIP क्या है?/ What is SIP?

SIP क्या है?

SIP यानी Systematic Investment Plan, Mutual Fund में निवेश करने का एक तरीका है। इसको थोड़ा विस्तार में समझें तो इसका मतलब है कि आप अपनी कमाई का एक Fix amount (जैसे ₹500, ₹1000 या ₹5000) हर महीने किसी Mutual Fund में डालते रहें। आपने जितना
रकम fix किया है उतना रकम पहले से ही अपने बैंक के खाते में डाल दें वो रकम अपने आप आपके खाते से हर महीने कटता रहेगा। SIP क्या हैं? इसको आप ऐसे भी समझ सकते हैं जैसे EMI भरना। फर्क बस इतना है कि EMI में आपका पैसा आपके जेब से जाता है, जबकि SIP में आपका पैसा आपके लिए निवेश होकर बढ़ता रहता है।

SIP कैसे काम करता है?

मान लीजिए आप ₹1000 हर महीने एक Equity Mutual Fund में SIP से डालते हैं। अब Mutual Fund कंपनी उस पैसे को शेयर मार्केट में निवेश करेगी। जब मार्केट नीचे होगा तो आपको ज़्यादा यूनिट्स मिलेंगे और जब मार्केट ऊपर होगा तो कम यूनिट्स मिलेंगे। इसे ही रुपये की औसत लागत (Rupee Cost Averaging) कहा जाता है।

इसका फायदा ये है कि आपको मार्किट के समय सुबह से शाम तक आपको उसके आगे बैठने की जरूरत नहीं है। आप SIP में पैसे डाल दें फिर आपको डरने की जरूरत नहीं हैं क्योकि आपका पैसा एक Expert के द्वारा Manage किया जाता है। लंबे समय तक SIP करने से आपके पैसे पर Compounding का जादू काम करता है और छोटी-छोटी रकम भी भविष्य में बड़ी रकम हो जाती है। अब तो आपको ये समझ आ ही गया होगा की SIP कैसे काम करता है?

SIP के फायदे

SIP में सिर्फ ₹500 से भी निवेश शुरू कर सकते हैं। आपको शुरुआत में बहुत जयादा पैसे लगाने की जरूरत नहीं है।

हर महीने SIP करने आपके पोर्टफोलियो में धीरे धीरे रकम जुड़ता है और लम्बे समय बाद आपका पोर्टफोलियो बहुत bada हो जाता है जो भविष्य में आपके बहुत काम आता है।

SIP से आप ज़्यादा पैसे से यूनिट्स कम और कम पैसे से ज़्यादा यूनिट्स खरीदते हैं, जिससे औसत लागत कम हो जाती है।

लंबे समय तक SIP करने से ब्याज पर ब्याज मिलता है। मान लीजिए आप ₹1000 हर महीने 15 साल तक SIP करते हैं और 12% का रिटर्न मिलता है, तो आपके द्वारा किया गया कुल ₹1.8 लाख का निवेश लगभग ₹5 लाख से भी ज़्यादा होगा।


SIP में आपको डरने की ज़रूरत नहीं है कि मार्केट ऊपर जाएगा या नीचे। जब आप अपने पैसे को हर महीने invest करते है तो risk अपने आप manage हो जाता है। SIP करने के फायदे बहुत है जब तक आप शुरू नहीं करेंगे तब तक आपको कुछ समझ नहीं आएगा इसलिए आप अपने भविस्य के लिए निवेश करना शुरू कीजिये।

SIP और Lump Sum में फर्क

SIP InvestmentLump Sum Investment
1. इसमें आप बहुत कम पैसे (₹500) निवेश कर सकते हैं।1. इसमें आप एक साथ बड़ी रकम लगा सकते हैं जैसे ₹1 लाख और उससे भी ज़्यादा।
2. ये उन लोगों के लिए सही है जो हर महीने अपने salary या income से थोड़ा-थोड़ा बचाकर निवेश करना चाहते हैं।2. ये उन लोगों के लिए सही है जिनके पास पहले से बहुत पैसा है।

SIP किसके लिए है?

SIP हर किसी के लिए है। कोई भी व्यक्ति कर सकता है।

अगर आप सरकारी या प्राइवेट कोई भी नौकरी करते है और हर महीने आपको salary मिलती है, तो आप अपने Income का एक छोटा सा हिस्सा SIP में निवेश कर सकते है।

अगर आप बिज़नेस करते हैं और आपके पास एक fix income नहीं आती है तो आप flexible SIP में अपना पैसा Invest कर सकते हैं।

एक कॉलेज, स्कूल के छात्र/छात्रा भी अपनी pocket money से कुछ पैसे बचाकर SIP शुरू कर सकते हैं, क्योंकि आप जितनी जल्दी इन्वेस्ट करना शुरु करेंगे उतनी ही जल्दी आपके future में एक बड़ा रकम return के रूप में मिलेगा।

SIP में निवेश करना कब शुरू करें?

SIP शुरू करने का सबसे अच्छा समय है “आज”। जितनी जल्दी आप शुरुआत करेंगे, उतना ही ज़्यादा आपको compounding का फायदा मिलेगा और आपको उतना ही ज़्यादा समय मिलेगा। अगर आप 25 साल की उम्र में SIP शुरू करते हैं और 20–25 साल तक लगातार करते रहते हैं, तो आपके द्वारा निवेश किया गया छोटा छोटा फण्ड भी आपको करोड़ो का मालिक बना सकता है। यहाँ तक पहुंचने में आपको धैर्य के साथ-साथ समय भी देना पड़ेगा।

SIP में निवेश करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें

आप निवेश क्यों करेंगे ये आपको पता होना चाहिए, जैसे घर खरीदना, रिटायरमेंट लेना, अपने इलाज के लिए या बच्चों की पढ़ाई के लिए और अन्य कामों के लिए।

आप अपना Investment Horizon (निवेश क्षितिज) देखें जो कम से कम 5–10 साल के लिए हो। अगर आप इससे कम करते हैं तो आपको ज़्यादा फायदा नहीं होगा।

SIP के अंदर सभी Fund की Performance देखें जिन भी mutual funds का track record हमेशा से अच्छा रहा हो उसी में Invest करें।

Risk को समझें की किसमें ज़्यादा risk है और किसमें कम risk है आपके Income के हिसाब से जो फण्ड सही लगे आप उसी को चुनें और उसी में इन्वेस्ट करें जैसे – Equity SIP ज्यादा returns देती है लेकिन उसमें risk भी ज्यादा होता है और Debt SIP में कम risk है लेकिन return भी कम देती है।

SIP से जुड़े कुछ अफवाहें

सत्यअसत्य
1. SIP हर तरह के Mutual Fund (Equity, Debt, Hybrid) में किया जा सकता है।1. SIP सिर्फ शेयर मार्केट के लिए है।
2. Short term में market गिर सकता है, लेकिन long term में SIP लगभग हमेशा positive returns देता है।2. SIP से हमेशा loss होता है।
3. आप किसी भी समय SIP को pause या बंद कर सकते हैं।3. SIP एक बार शुरू करने के बाद बंद नहीं कर सकते।

निष्कर्ष (conclusion)

SIP एक ऐसा तरीका है जो middle class से लेकर बड़े investors तक सभी के लिए perfect है। छोटी-छोटी रकम से शुरू करके आप अपने बड़े-बड़े financial goals पूरे कर सकते हैं। अगर आपको SIP में Invest करना है तो आपको नियमित रूप से Invest करना पड़ेगा, आपको समय देना पड़ेगा, और धैर्य रखना पड़ेगा तभी आपको SIP से फायदा मिलेगा।

अगर आप आज से SIP शुरू करते हैं तो आने वाले सालों में आपको इसका फायदा ज़रूर मिलेगा। याद रखिए – “Investment का सही समय आज है, कल नहीं।”

आर्टिकल को यहाँ तक पढ़ने के लिए धन्यवाद !

surajmadhav5187@gmail.com

मैं सूरज विश्वकर्मा एक फाइनेंस कंटेंट राइटर और इस वेबसाइट का संस्थापक हूँ। मैं म्यूचुअल फंड, SIP और पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी सरल और सटीक तरीके से लेख के माध्यम से आपको प्रदान करता हूँ।

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